(Deltin Cricket Betting Sites) : Fun88 Texas Holdem Rules Take a chance and cash out big, Fun88 Happy Rummy Win Big with Our Gambling Platform!. गुजरात टाइटंस की जनसंपर्क टीम की ओर से जारी बयान में दयाल ने दावा किया कि उन्होंने इंस्टाग्राम अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज की है कि उनके आधिकारिक हैंडल से समझौता किया गया है।इस बयान के मुताबिक दयाल ने कहा, आज मेरे इंस्टाग्राम हैंडल पर दो स्टोरी पोस्ट की गई। यह दोनों ही मेरे द्वारा नहीं की गई थीं। मैंने अधिकारियों को मामले की सूचना दी है क्योंकि मुझे विश्वास है कि मेरे अकाउंट का किसी और ने इस्तेमाल कर इन चीजों को साझा किया। मैं अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पूरा नियंत्रण हासिल करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं सभी समुदायों का सम्मान करता हूं और आज साझा की गई तस्वीर मेरी मान्यता के मुताबिक नहीं है।
Odisha Train Accident। ओडिशा के बालासोर में 2 जून को दो एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेनों और एक मालगाड़ी के बीच हुई टक्कर में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है वहीँ,1000 से ज़्यादा लोग घायल हुए। इस भयानक दुर्घटना ने पुरे भारत की जनता को अंदर ही अंदर सहमा दिया है। दुर्घटना को लेकर सामने ऐसे चित्र आए हैं जिसे देख कर रूह काँप उठती है और दर्द से आँखें भर जाती है। यह हादसा पिछले 20 सालों में रिकॉर्ड हुआ अब तक का सबसे घातक और दर्दनाक ट्रेन हादसा है। Fun88 Texas Holdem Rules, इस वर्ष जून के महीने में बुधवार, 7 जून को आषाढ़ मास की संकष्टी गणेश चतुर्थी पड़ रही है। मान्यतानुसार इसे कृष्णपिङ्गल या कृष्णपिंगाक्ष संकष्टी चतुर्थी (Krishnapingal Sankashti Chaturthi 2023) के नाम से जाना जाता है। पुराणों के अनुसार पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी तथा अमावस्या के बाद की चतुर्थी को विनायकी के नाम से जाना जाता है। श्री गणेश विघ्नहर्ता है, अत: चतुर्थी के दिन भगवान उनका पूजन और व्रत किया जाता है। आइए जानते हैं आषाढ़ संकष्टी गणेश चतुर्थी के शुभ मुहूर्त और कथा- आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी 2023 के शुभ मुहूर्त : कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी : बुधवार, 07 जून 2023 को चतुर्थी तिथि का प्रारंभ- 06 जून, मंगलवार को 12.50 ए एम से (देर रात) चतुर्थी तिथि का समापन- 07 जून, 2023 को 09.50 पी एम पर। बता दें कि इस बार संकष्टी चतुर्थी का समापन 09.50 पी एम पर हो रहा है तथा तत्पश्चात पंचमी तिथि लग जाएगी। अत: चतुर्थी तिथि के दौरान कोई चंद्रोदय नहीं है। वैसे संकष्टी के दिन चंद्रोदय का समय- 10.50 पी एम पड़ रहा है। 7जून 2023, बुधवार : दिन का चौघड़िया लाभ- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम अमृत- 07.07 ए एम से 08.51 ए एम शुभ- 10.36 ए एम से 12.20 पी एम चर- 03.49 पी एम से 05.33 पी एम लाभ- 05.33 पी एम से 07.17 पी एम रात्रि का चौघड़िया शुभ- 08.33 पी एम से 09.49 पी एम अमृत- 09.49 पी एम से 11.04 पी एम चर- 11.04 पी एम से 08 जून को 12.20 ए एम तक, लाभ- 02.51 ए एम से 08 जून को 04.07 ए एम तक। आषाढ़ चतुर्थी व्रत कथा-Ashadh Chaturthi Vrat Katha आषाढ़ मास की चतुर्थी व्रत की कथा के अनुसार द्वापर युग में महिष्मति नगरी का महीजित नामक राजा था। वह बड़ा ही पुण्यशील और प्रतापी राजा था। वह अपनी प्रजा का पालन पुत्रवत करता था। किन्तु संतानविहीन होने के कारण उसे राजमहल का वैभव अच्छा नहीं लगता था। वेदों में निसंतान का जीवन व्यर्थ माना गया हैं। यदि संतानविहीन व्यक्ति अपने पितरों को जल दान देता हैं तो उसके पितृगण उस जल को गरम जल के रूप में ग्रहण करते हैं। इसी उहापोह में राजा का बहुत समय व्यतीत हो गया। उन्होंने पुत्र प्राप्ति के लिए बहुत से दान, यज्ञ आदि कार्य किए। फिर भी राज को पुत्रोत्पत्ति न हुई। जवानी ढल गई और बुढ़ापा आ गया किंतु वंश वृद्धि न हुई। तदनंतर राजा ने विद्वान ब्राह्मणों और प्रजाजनों से इस संदर्भ में परामर्श किया। राजा ने कहा कि हे ब्राह्मणों तथा प्रजाजनों! हम तो संतानहीन हो गए, अब मेरी क्या गति होगी? मैंने जीवन में तो किंचित भी पाप कर्म नहीं किया। मैंने कभी अत्याचार द्वारा धन संग्रह नहीं किया। मैंने तो सदैव प्रजा का पुत्रवत पालन किया तथा धर्माचरण द्वारा ही पृथ्वी शासन किया। मैंने चोर-डाकुओं को दंडित किया। इष्ट मित्रों के भोजन की व्यवस्था की, गौ, ब्राह्मणों का हित चिंतन करते हुए शिष्ट पुरुषों का आदर सत्कार किया। फिर भी मुझे अब तक पुत्र न होने का क्या कारण हैं? विद्वान् ब्राह्मणों ने कहा कि, हे महाराज! हम लोग वैसा ही प्रयत्न करेंगे जिससे आपके वंश कि वृद्धि हो। इस प्रकार कहकर सब लोग युक्ति सोचने लगे। सारी प्रजा राजा के मनोरथ की सिद्धि के लिए ब्राह्मणों के साथ वन में चली गई। वन में उन लोगों को एक श्रेष्ठ मुनि के दर्शन हुए। वे मुनिराज निराहार रहकर तपस्या में लीन थे। ब्रह्माजी के सामान वे आत्मजित, क्रोधजित तथा सनातन पुरुष थे। संपूर्ण वेद-विशारद एवं अनेक ब्रह्म ज्ञान संपन्न वे महात्मा थे। उनका निर्मल नाम लोमश ऋषि था। प्रत्येक कल्पांत में उनके एक-एक रोम पतित होते थे। इसलिए उनका नाम लोमश ऋषि पड़ गया। ऐसे त्रिकालदर्शी महर्षि लोमेश के उन लोगों ने दर्शन किए। सब लोग उन तेजस्वी मुनि के पास गए। उचित अभ्यर्थना एवं प्रणामदि के अनंतर सभी लोग उनके समक्ष खड़े हो गए। मुनि के दर्शन से सभी लोग प्रसन्न होकर परस्पर कहने लगे कि हम लोगों को सौभाग्य से ही ऐसे मुनि के दर्शन हुए। इनके उपदेश से हम सभी का मंगल होगा, ऐसा निश्चय कर उन लोगों ने मुनिराज से कहा। हे ब्रह्मऋषि! हम लोगों के दुःख का कारण सुनिए। अपने संदेह के निवारण के लिए हम लोग आपके पास आए हैं। हे भगवन! आप कोई उपाय बतलाइए। महर्षि लोमेश ने पूछा-सज्जनों! आप लोग यहां किस अभिप्राय से आए हैं? मुझसे आपका क्या प्रयोजन हैं? स्पष्ट रूप से कहिए। मैं आपके सभी संदेहों का निवारण करूंगा। प्रजाजनों ने उत्तर दिया- हे मुनिवर! हम महिष्मति नगरी के निवासी हैं। हमारे राजा का नाम महीजित है। वह राजा ब्राह्मणों का रक्षक, धर्मात्मा, दानवीर, शूरवीर एवं मधुरभाषी है। उस राजा ने हम लोगों का पालन पोषण किया है, परंतु ऐसे राज को आज तक संतान की प्राप्ति नहीं हुई। हे भगवान्! माता-पिता तो केवल जन्मदाता ही होते हैं, किंतु राज ही वास्तव में पोषक एवं संवर्धक होता हैं। उसी राजा के निमित हम लोग ऐसे गहन वन में आए है। हे महर्षि! आप कोई ऐसी युक्ति बताइए जिससे राजा को संतान की प्राप्ति हो, क्योंकि ऐसे गुणवान राजा को कोई पुत्र न हो, यह बड़े दुर्भाग्य की बात हैं। हम लोग परस्पर विचार-विमर्श करके इस गंभीर वन में आए हैं। उनके सौभाग्य से ही हम लोगों ने आपका दर्शन किया हैं। हे मुनिवर! किस व्रत, दान, पूजन आदि अनुष्ठान कराने से राजा को पुत्र होगा। आप कृपा करके हम सभी को बतलाएं। प्रजा की बात सुनकर महर्षि लोमेश ने कहा- हे भक्तजनो! आप लोग ध्यानपूर्वक सुनो। मैं संकटनाशन व्रत को बता रहा हूं। यह व्रत निसंतान को संतान और निर्धनों को धन देता हैं। आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी को एकदंत गजानन नामक गणेश की पूजा करें। राजा व्रत करके श्रद्धायुक्त हो ब्राह्मण भोज करवाकर उन्हें वस्त्र दान करें। गणेश जी की कृपा से उन्हें अवश्य ही पुत्र की प्राप्ति होगी। महर्षि लोमश की यह बात सुनकर सभी लोग करबद्ध होकर उठ खड़े हुए। नतमस्तक होकर दंडवत प्रणाम करके सभी लोग नगर में लौट आए। वन में घटित सभी घटनाओं को प्रजाजनों ने राजा से बताया। प्रजाजनों की बात सुनकर राज बहुत ही प्रसन्न हुए और उन्होंने श्रद्धापूर्वक विधिवत गणेश चतुर्थी का व्रत करके ब्राह्मणों को भोजन वस्त्रादि का दान दिया। रानी सुदक्षिणा को श्री गणेश जी कृपा से सुंदर और सुलक्षण पुत्र प्राप्त हुआ। श्रीकृष्ण जी कहते हैं इस व्रत का ऐसा ही प्रभाव हैं। अत: जो व्यक्ति इस व्रत को श्रद्धापूर्वक करेंगे वे समस्त सांसारिक सुख के अधिकारी होंगे तथा उनका घर हमेशा खुशियों से भरापूरा रहेगा।
नई दिल्ली। Akhand Bharat Map in new parliament : नेपाल और पाकिस्तान के बाद अब बांग्लादेश ने देश के नए संसद भवन में लगी भित्ति चित्र (अखंड भारत) की तस्वीर का मुद्दा उठाया है। बांग्लादेश के विदेश राज्यमंत्री शहरयार आलम ने नई दिल्ली में स्थित बांग्लादेशी मिशन से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। Deltin Cricket Online Casino Legal In India Roll the Dice and Win Big! Win Big with Our Gambling Platform! विवाद को बढ़ता देश यश दयाल ने मांगी माफी
तभी उन्होंने पिता बना दिया। -मुस्कान चौकसे Texas Holdem Hierarchy, Cyclone Threat : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि गुजरात में दक्षिणी पोरबंदर में दक्षिणपूर्व अरब सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ सकता है और चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि निम्न दबाव का क्षेत्र सुबह साढ़े 5 बजे पश्चिम-दक्षिणपश्चिम गोवा से करीब 920 किलोमीटर, दक्षिण-दक्षिणपश्चिम मुंबई से 1,120 किमी, दक्षिण पोरबंदर से 1,160 किमी और पाकिस्तान में दक्षिण कराची से 1,520 किलोमीटर पर बना हुआ था। दबाव के क्षेत्र के अगले 24 घंटे के दौरान उत्तर की ओर बढ़ने तथा पूर्व-मध्य अरब सागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व अरब सागर पर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। आईएमडी ने सोमवार को कहा था कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और अगले दो दिनों में इसमें तेजी आने के कारण चक्रवाती हवाएं मॉनसून के केरल तट की ओर आगमन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। हालांकि, मौसम विभाग ने केरल में मॉनसून के आगमन की संभावित तारीख नहीं बताई। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काइमेट वेदर ने बताया कि केरल में मानसून 8 या 9 जून को दस्तक दे सकता है लेकिन हल्की बारिश की ही संभावना है। अरब सागर में मौसम की ये शक्तिशाली प्रणालियां अंदरुनी क्षेत्रों में मानसून के आगमन को प्रभावित करती हैं। इसके प्रभाव में मानसून तटीय हिस्सों में पहुंच सकता है लेकिन पश्चिम घाटों से आगे जाने में उसे संघर्ष करना पड़ेगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून आम तौर पर एक जून को लगभग 7 दिनों के मानक विचलन के साथ केरल में प्रवेश करता है। मई के मध्य में, आईएमडी ने कहा था कि मानसून 4 जून तक केरल में आ सकता है। दक्षिण-पूर्वी मानसून पिछले साल 29 मई, 2021 में तीन जून, 2020 में एक जून, 2019 में आठ जून और 2018 में 29 मई को पहुंचा था। आईएमडी ने पूर्व में कहा था कि अल नीनो की स्थिति विकसित होने के बावजूद दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में भारत में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल में मानसून में थोड़ी देर होने का मतलब यह नहीं होता कि मानसून देश के अन्य हिस्सों में भी देरी से पहुंचेगा। इससे मानसून के दौरान देशभर में कुल वर्षा पर भी असर नहीं पड़ता।
Place Your Bets and Win at our online casino! Deltin Cricket Bet हाई कोर्ट की तरफ से यह तर्क दिया गया है कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट के तहत सरकार नोटिफिकेशन लाने की बात कह रही है। इस कानून में कहीं नहीं लिखा कि सरकार के पास इस तरह से नोटिफिकेशन के माध्यम से कुत्तों के मांस पर रोक लगाने का हक है। कर्क- कर्क राशि वाले जातकों के लिए यह माह जीवनसाथी की उन्नति वाला रहेगा। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। किसी रिश्तेदार से मानसिक सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार में उतार-चढ़ाव रहेगा। कृषि क्षेत्र में सामान्य सफलता मिलेगी। नौकरी में साथियों से परेशानी आएगी। पुराने मित्र से मुलाकात आर्थिक दृष्टि से लाभप्रद रहेगी। दिनांक 4, 22 शुभ हैं, 7 अशुभ है। शिव आराधना लाभप्रद रहेगी।
ग्रीन ने इस प्रभावी फॉर्म को आईपीएल में भी बरकरार रखते हुए मुंबई इंडियन्स की ओर से 16 पारियों में 160 के स्ट्राइक रेट से 452 रन बनाए जिसमें 47 गेंद में जड़ा शतक भी शामिल है। Fun88 Happy Rummy, Rohit Sharma : पिछली बार रोहित शर्मा ने इसी मैदान पर खेलते हुए अपना पहला ओवरसीज शतक सितंबर 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ 127 रन बनाकर बनाया था। उन्होंने इस ग्राउंड पर एक ही टेस्ट खेला है जिसमे उन्होंने 69 की औसत से 138 रन बनाए हैं।
Mukhatar Ansari news : वाराणसी की एक स्थानीय अदालत ने कांग्रेस नेता अवधेश राय की हत्या के करीब 32 साल पुराने मामले में माफिया मुख्तार अंसारी को सोमवार को दोषी करार दिया। अदालत ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई। कांग्रेस नेता अजय राय के भाई अवधेश राय की तीन अगस्त, 1991 को उनके लहुराबीर आवास के द्वार पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अजय राय की शिकायत पर इस हत्याकांड में अंसारी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अवधेश राय के भाई और कांग्रेस नेता अजय राय ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह हमारे कई वर्षों के इंतजार का अंत है, मैंने, मेरे माता-पिता, अवधेश की बेटी और पूरे परिवार ने सब्र रखा था। हम मुख्तार अंसारी के आगे नहीं झुके। सरकारें आईं, गईं और मुख्तार ने खुद को मजबूत किया, लेकिन हमने हार नहीं मानी। आज अदालत ने मुख्तार को मेरे भाई की हत्या के मामले में दोषी ठहराया है। 3 अगस्त 1991 को कांग्रेस नेता अजय राय और उनके भाई अवधेश वाराणसी में अपने घर के दरवाजे पर खड़े थे, तभी अंसारी समेत कुछ कार सवार हमलावर वहां आए और उन्होंने अवधेश को गोली मार दी। जवाब में अजय राय ने भी अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से गोली चलाई, जिसके बाद हमलावर अपनी कार छोड़कर भाग गए। अवधेश को कबीरचौरा स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मऊ सदर सीट से 5 बार विधायक रह चुके अंसारी ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था, उनकी सीट पर उनके बेटे अब्बास अंसारी ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी। Edited by : Nrapendra Gupta Fun88 Ranking Of Poker Hands Texas Holdem मामला रोहतास जिले के सासाराम का है। जहां कब्रों से बोरियों में भरी शराब बरामद की गई है। यह अवैध शराब कादिरगंज में अलावल खान के मकबरा स्थित कब्रिस्तान के कब्र से बरामद हुई है। साथ ही शराब बनाने के उपकरण और अन्य सामान भी मिला है। मतलब शराब माफियाओं ने अब कब्रगाह को ही अपना शराब छिपाने का ठिकाना बना दिया है। बड़ी बात यह है कि पुरानी कब्रों को शराब छिपाने की जगह बनाया जा रहा है।