(Deltin Cricket Online Casino India Legal) | Fun88 Best Poker App In India Bring the games to your fingertips, play at our online casino , Fun88 Aviator Game Place Your Bets and Win at our online casino! . हमारी सरकार को ईंधन की गुणवत्ता को बढ़ाकर पॉल्यूशन को काफी हद तक कंट्रोल करने पर जोर देना चाहिए। जिससे उसमें उपलब्ध जरूरी तत्वों की मात्रा आवश्यकता से अधिक न हो तथा उत्सर्जन निर्धारित मानक अनुसार रहे। ईंधन से ज्यादा प्रदूषण करने वाले तत्वों की कमी कैसे की जाए इस पर भी सरकारों को मिलकर काम करना चाहिए। कम पॉल्यूशन करने वाले ईधन जैसे सीएनजी, एलपीजी इत्यादि का अधिक प्रयोग करने लिए लोगों में जागरूकता बढ़ानी चाहिए, साथ ही साथ यातायात प्रणाली में सुधार करना चाहिए। आज सरकारों को उत्सर्जन मानकों का भी सुदृढ़ीकरण करने की जरूरत है। अगर लोग साइलेंसर पर केटालिक कनवर्टर लगाएं तो भी वाहन द्वारा होने वाले वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है। सरकार को लोगों को वाहनों का समय पर मेंटेनेंस कराने के लिए जागरूक करना चाहिए। जागरूक लोगों को स्वतः ही अपने वाहनों का मेंटेनेंस करना चाहिए।
Shri Jagannath Rashi Mantra श्री जगन्नाथ यात्रा के सामने बोलें अपना राशि मंत्र श्री जगन्नाथ यात्रा में शामिल हो रहे हैं और जब दर्शन करें तब ये मंत्र बोलें और नहीं हो पा रहे हैं तो श्री जगन्नाथ यात्रा लाइव देखते हुए राशि का खास मंत्र बोलें.. श्री जगन्नाथ मंत्र आने वाले दिनों में खुशियों का वरदान देंगे... Fun88 Best Poker App In India, केएस भरत की अगर बात करें तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में इस साल ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अपना पदार्पण किया था। वह एक भी बार बल्ले से खुद को साबित नहीं कर पाए थे। कुल 4 मैचों की इस सीरीज में वह 101 रन बना पाए थे। इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 44 रन था।
शहरीकरण की वजह से वन्य क्षेत्र घट रहा है। यह वन्य जीवों के अस्तित्व के लिए ठीक नहीं है। वन्य जीव आखिर कहां जाएंगे। जहां तक इंसानों की सुरक्षा का सवाल है तो मध्यप्रदेश में वन विभाग ने हर जिले में एक रेस्क्यू सेंटर खोला है। हालांकि अब तक इंसानों पर हमले का कोई मामला सामने नहीं आया है। -- पीके सिंह, पीसीसीएफ और फॉरेस्ट ट्रेनिंग सेंटर प्रमुख, भोपाल। Deltin Cricket Best Online Casino India Get the Best Odds With Us! Place Your Bets and Win at our online casino! बैठक में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा मौजूद थे।आंदोलन की अगुआई कर रहे पहलवानों में शामिल विनेश फोगाट बैठक में नहीं थीं क्योंकि वह हरियाणा के अपने गांव बलाली में हैं जहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पंचायत का आयोजन हो रहा है।
वर्ष 2023 में जून के महीने में इस बार 9 तारीख, दिन शुक्रवार से पंचक (panchak start 2023) आरंभ हो रहा है। शुक्रवार से लगने वाला पंचक चोर पंचक कहलाता है। इन दिनों कुछ विशेष कार्य न करने की सलाह दी जाती है। Texas Holdem Poker Chip Distribution, Oh man! Karishma Tanna is fantastic in Hansal Mehtas Scoop. What a riveting performance through and through.— Meher (@meherness) June 3, 2023
Bet Your Way to Big Wins! Deltin Cricket Online Casino Legal In India दमोह धर्मांतरण में पुलिस दर्ज करेगी FIR- दमोह में धर्मांतरण के मामले में पुलिस आज एफआईआर दर्ज कर सकती है । मुख्यमंत्री ने कहा दमोह की घटना में तो अब हमारे पास रिपोर्ट आ रही है, मुझे बता दिया गया है। जो बेटियों ने बयान दिए, बाध्य किया गया है उनको ये बहुत गंभीर मामला है। पूरे मामले में पुलिस FIR कर रही हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा भोले-भाले मासूम बच्चे जिनमें समझ ही नहीं पढ़ाई के नाम पर बुला के अगर इस ढंग का प्रयत्न किया जाता है तो हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे, ऐसे जिनके इरादे हैं वो कठोरतम दंड पाएंगे। पर भगवान का ही एक रूप पिता का शरीर है। -संकल्प शर्मा
इस साल वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे का स्लोगन food safety is everyone business निर्धारित किया है। यानि खाद्य की सुरक्षा हर किसी की ज़िम्मेदारी है। अगर आप एक ग्राहक हैं तो खाने की सुरक्षा चेक करना आपकी ज़िमेदारी है। साथ ही सरकार को भी खाने की क्वालिटी, नियम और सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। चलिए जानते हैं इस दिवस से जुडे कुछ स्लोगन...... जैसा होगा आहार, वैसे होंगे विचार स्वच्छ खाना, सेहत का खजाना खाना हो सुरक्षित, बच्चों को करें शिक्षित घर का भोजन सेहत बनाए, बहार का भोजन हॉस्पिटल पहुंचाए खाने से पहले, खाने के बाद, खाद्य सुरक्षा आपके हाथ Fun88 Aviator Game, इसके बाद यश दयाल के खिलाफ ट्विटर पर खासा गुस्सा कुछ यूजर्स ने उतारा। कई लोगों ने तो यह तक कहा कि अच्छा हुआ रिंकू सिंह ने यश दयाल के 1 ओवर में 5 छक्के मारे थे।
पिता संघर्ष की आंधियों में हौसलों की दीवार है, Fun88 Live Casino इस एकादशी व्रत के प्रभाव से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। योगिनी एकादशी से जुड़ी मान्यता के अनुसार इस दिन स्नान के लिए मिट्टी (धरती माता की रज) का इस्तेमाल करना अतिशुभ होता है। साथ ही स्नान के पूर्व तिल के उबटन को शरीर पर लगाकर फिर स्नान करने की मान्यता है। बता दें कि एकादशी तिथि पर भगवान श्री विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है। योगिनी एकादशी : 14 जून 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त : Yogini Ekadashi Muhurat 2023 आषाढ़ कृष्ण एकादशी तिथि का प्रारंभ- 13 जून, मंगलवार को 09.28 ए एम से, एकादशी की समाप्ति- 14 जून 2023, बुधवार 08.48 ए एम पर। योगिनी एकादशी पारण समय- पारण/ व्रत तोड़ने का समय- गुरुवार 15 जून 2023, 05:23 ए एम से 08:10 ए एम तक। पारण तिथि के दिन द्वादशी समापन का समय- 08:32 ए एम पर। 14 जून, बुधवार - दिन का चौघड़िया लाभ- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम अमृत- 07.07 ए एम से 08.52 ए एम शुभ- 10.37 ए एम से 12.21 पी एम चर- 03.51 पी एम से 05.35 पी एम लाभ- 05.35 पी एम से 07.20 पी एम रात का चौघड़िया शुभ- 08.35 पी एम से 09.51 पी एम अमृत- 09.51 पी एम से 11.06 पी एम चर- 11.06 पी एम से 15 जून को 12.21 ए एम, लाभ- 02.52 ए एम से 15 जून को 04.08 ए एम तक। पूजा विधि- Yogini Ekadashi Puja Vidhi 1. योगिनी एकादशी के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छे धुले हुए वस्त्र धारण करके व्रत शुरू करने का संकल्प लें। 2. तत्पश्चात पूजन के लिए मिट्टी का कलश स्थापित करें। 3. उस कलश में पानी, अक्षत और मुद्रा रखकर उसके ऊपर एक दीया रखें तथा उसमें चावल डालें। 4. अब उस दीये पर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। पीतल की प्रतिमा हो तो अतिउत्तम माना जाता है। 5. प्रतिमा को रोली अथवा सिंदूर का टीका लगाकर अक्षत चढ़ाएं। 6. उसके बाद कलश के सामने शुद्ध देशी घी का दीप प्रज्वलित करें। 7. अब तुलसी के पत्ते और पुष्प चढ़ाएं। 8. तत्पश्चात ऋतु फल का प्रसाद चढ़ाकर भगवान श्रीहरि का विधि-विधान से पूजन करें। 9. फिर एकादशी की कथा का पढ़ें अथवा श्रवण करें। 10. अंत में श्री विष्णु जी की आरती करें। व्रत कथा-Yogini Ekadashi Katha इस एकादशी व्रत की पौराणिक कथा (Yogini Ekadashi 2023 Katha) के अनुसार स्वर्गधाम की अलकापुरी नामक नगरी में कुबेर नाम का एक राजा रहता था। वह शिव भक्त था और प्रतिदिन शिव की पूजा किया करता था। हेम नाम का एक माली पूजन के लिए उसके यहां फूल लाया करता था। हेम की विशालाक्षी नाम की सुंदर स्त्री थी। एक दिन वह मानसरोवर से पुष्प तो ले आया लेकिन कामासक्त होने के कारण वह अपनी स्त्री से हास्य-विनोद तथा रमण करने लगा। इधर राजा उसकी दोपहर तक राह देखता रहा। अंत में राजा कुबेर ने सेवकों को आज्ञा दी कि तुम लोग जाकर माली के न आने का कारण पता करो, क्योंकि वह अभी तक पुष्प लेकर नहीं आया। सेवकों ने कहा कि महाराज वह पापी अतिकामी है, अपनी स्त्री के साथ हास्य-विनोद और रमण कर रहा होगा। यह सुनकर कुबेर ने क्रोधित होकर उसे बुलाया। हेम माली राजा के भय से कांपता हुआ उपस्थित हुआ। राजा कुबेर ने क्रोध में आकर कहा- अरे पापी! नीच! कामी! तूने मेरे परम पूजनीय ईश्वरों के ईश्वर श्री शिव जी महाराज का अनादर किया है, इसलिए मैं तुझे शाप देता हूं कि तू स्त्री का वियोग सहेगा और मृत्युलोक में जाकर कोढ़ी होगा। कुबेर के शाप से हेम माली का स्वर्ग से पतन हो गया और वह उसी क्षण पृथ्वी पर गिर गया। भूतल पर आते ही उसके शरीर में श्वेत कोढ़ हो गया। उसकी स्त्री भी उसी समय अंतर्ध्यान हो गई। मृत्युलोक में आकर माली ने महान दु:ख भोगे, भयानक जंगल में जाकर बिना अन्न और जल के भटकता रहा। रात्रि को निद्रा भी नहीं आती थी, परंतु शिव जी की पूजा के प्रभाव से उसको पिछले जन्म की स्मृति का ज्ञान अवश्य रहा। एक दिन घूमते-घूमते वह मार्कण्डेय ऋषि के आश्रम में पहुंच गया, जो ब्रह्मा से भी अधिक वृद्ध थे और जिनका आश्रम ब्रह्मा की सभा के समान लगता था। हेम माली वहां जाकर उनके पैरों में पड़ गया। उसे देखकर मार्कण्डेय ऋषि बोले तुमने ऐसा कौनसा पाप किया है, जिसके प्रभाव से यह हालत हो गई। हेम माली ने सारा वृत्तांत कह सुनाया। यह सुनकर ऋषि बोले- निश्चित ही तूने मेरे सम्मुख सत्य वचन कहे हैं, इसलिए तेरे उद्धार के लिए मैं एक व्रत बताता हूं। यदि तू आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की योगिनी नामक एकादशी का विधिपूर्वक व्रत करेगा तो तेरे सब पाप नष्ट हो जाएंगे। यह सुनकर हेम माली ने अत्यंत प्रसन्न होकर मुनि को साष्टांग प्रणाम किया। मुनि ने उसे स्नेह के साथ उठाया। हेम माली ने मुनि के कथनानुसार विधिपूर्वक योगिनी एकादशी (Yogini) का व्रत किया। इस व्रत के प्रभाव से हेम माली अपने पुराने स्वरूप में आकर वह अपनी पत्नी के साथ सुखपूर्वक रहने लगा। इस योगिनी एकादशी का व्रत करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर फल देता है तथा इसके व्रत से समस्त पाप दूर होकर अंत में स्वर्ग प्राप्त होता है। ऐसी इस एकादशी की महिमा है। योगिनी एकादशी के उपाय : Yogini Ekadashi Upay 1. पीपल में जल अर्पित करें : इस दिन कर्ज से मुक्ति के लिए पीपल वृक्ष में जल अर्पित करके उसकी विधिवत पूजा करें। 2. लक्ष्मी प्राप्ति : इस दिन धन-धान्य तथा लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए घर में भगवान श्री विष्णु तथा माता लक्ष्मी का केसर मिले जल से अभिषेक करें। 3. घी का दीया : एकादशी तिथि पर पीपल में मीठा जल चढ़ाने तथा शाम के समय पीपल की जड़ में घी का दीया लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। 4. तुलसी पूजन : एकादशी के दिन सायं के समय तुलसी के सामने गाय के घी का दीपक जलाकर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का जाप करते हुए तुलसी जी की 11 परिक्रमा करें, इस उपाय से घर के समस्त संकट और आने वाली परेशानियां भी दूर जाती हैं। 5. दान-पुण्य : एकादशी के दिन उपवास के पश्चात द्वादशी तिथि पर पारण से पूर्व ब्राह्मणों को मिठाई, दक्षिणा तथा गरीबों को खाद्य सामग्री देने के पश्चात ही खुद पारणा करना लाभकारी होता है। 6. जाप मंत्र : एकादशी के दिन सुबह घर की सफाई करके मुख्य द्वार पर हल्दीयुक्त जल या गंगा जल का छिड़काव करके मंत्र- 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का 108 बार जाप करें। जाप में तुलसी की माला को उपयोग में लाएं। 7. स्थायी धन प्राप्ति : स्थायी धन की प्राप्ति के लिए पूजा स्थान में 11 गौमती चक्र रखकर स्फटिक की माला से 'श्री महालक्ष्म्यै श्रीयें नम:' मंत्र का 11 माला जाप करके उन्हें लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में धन वाले स्थान पर रख दें। 8. रुपए का दान : इस दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार वस्त्र और रुपया-पैसे का दान अवश्य करना चाहिए।