(Deltin India Cricket Online Casino) ⚽ Fun88 Rummy Online Free Let's play the gambling platform, Fun88 Poker App Download Risk It All and Win Big!. क्या है वर्ल्ड ओसियन डे?
क्यों और कब शुरू हुआ ये विवाद? Fun88 Rummy Online Free, वर्ष 2023 में शीतला अष्टमी तथा कालाष्टमी का पर्व 10 जून, दिन शनिवार को मनाया जा रहा है। आपाढ़ कृष्ण अष्टमी के दिन मनाया जाने वाला यह पर्व माता शीतला को समर्पित है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार चैत्र, वैशाख, जेष्ठ और आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतला अष्टमी पूजन करने का प्रावधान है। इन चारों महीने के चार दिन का व्रत करने से शीतला जनित बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इस पूजन में शीतल जल और बासी भोजन का भोग लगाने का विधान है। शीतला अष्टमी के दिन श्रद्धालु व्रत रखकर माता की भक्ति करके अपने परिवार की रक्षा करने के लिए माता से प्रार्थना करते हैं। इस बार मतांतर से 10 और 11 जून को शीतलाष्टमी या बसौरा पर्व मनाया जाएगा। आइए यहां जानते हैं पूजन के शुभ मुहूर्त, विधि और कथा के बारे में- शनिवार, 10 जून 2023 पूजन के शुभ मुहूर्त : sheetla mata pujan 2023 आषाढ़ कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ- 10 जून, शनिवार को 02.01 पी एम से शुरू, अष्टमी तिथि का समापन- 11 जून, रविवार को 12.05 पी एम पर होगा। राहुकाल- 08.52 ए एम से 10.36 ए एम गुलिक काल- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम यमगण्ड- 02.05 पी एम से 03.50 पी एम अभिजित मुहूर्त-11.53 ए एम से 12.48 पी एम अमृत काल- 08.54 ए एम से 10.24 ए एम तिथि- सप्तमी- 02.01 पी एम तक, तत्पश्चात अष्टमी नक्षत्र- शतभिषा- 03.39 पी एम तक योग- विषकुम्भ- 12.49 पी एम तक करण- बव- 02.01 पी एम तक द्वितीय करण बालव- 01.00 ए एम 11 जून तक रहेगा। पूजा विधि : sheetla mata puja vidh
21 Deltin Cricket Bet The hottest casino action on the web – our online casino! Risk It All and Win Big! 1. सुबह उठते समय सिर दर्द होना या सिर भारी लगना।
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में बुधवार को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। Partan Poker India, - शीतला अष्टमी के दिन अलसुबह जल्दी उठकर माता शीतला का ध्यान करें। - इस दिन व्रती को प्रातः कर्मों से निवृत्त होकर स्वच्छ व शीतल जल से स्नान करना चाहिए। - स्नान के पश्चात निम्न मंत्र से संकल्प लेना चाहिए- 'मम गेहे शीतलारोगजनितोपद्रव प्रशमन पूर्वकायुरारोग्यैश्वर्याभिवृद्धिये शीतलाष्टमी व्रतं करिष्ये' - संकल्प के पश्चात विधि-विधान तथा सुगंधयुक्त गंध व पुष्प आदि से माता शीतला का पूजन करें। - इस दिन महिलाएं मीठे चावल, हल्दी, चने की दाल और लोटे में पानी लेकर पूजा करती हैं। - पूजन का मंत्र- 'हृं श्रीं शीतलायै नम:' का निरंतर उच्चारण करें। - माता शीतला को जल अर्पित करें और उसकी कुछ बूंदे अपने ऊपर भी डालें। - इसके पश्चात ठंडे भोजन का भोग मां शीतला को अर्पित करें। - तत्पश्चात शीतला स्तोत्र का पाठ करें और कथा सुनें। - रोगों को दूर करने वाली मां शीतला का वास वट वृक्ष में माना जाता है, अतः इस दिन वट पूजन भी भी करना चाहिए। - शीतला माता की कथा पढ़ें तथा मंत्र- 'ॐ ह्रीं श्रीं शीतलायै नम:' का जाप करें। - जो जल चढ़ाएं और चढ़ाने के बाद जो जल बहता है, उसमें से थोड़ा जल लोटे में डाल लें। यह जल पवित्र होता है। इसे घर के सभी सदस्य आंखों पर लगाएं। - पूजन के पश्चात थोड़ा जल घर लाकर हर हिस्से में छिड़कने से घर की शुद्धि होती है। - शीतला सप्तमी या अष्टमी व्रत का पालन जिस घर में किया जाता है, वहां सुख, शांति हमेशा बनी रहती है तथा रोगों से निजात भी मिलती है। मंत्र (रोग दूर करने का)- 'वन्देऽहं शीतलां देवीं रासभस्थां दिगम्बरराम्, मार्जनीकलशोपेतां शूर्पालंकृतमस्तकाम्।' अर्थात्- मैं गर्दभ पर विराजमान, दिगंबरा, हाथ में झाडू तथा कलश धारण करने वाली, सूप से अलंकृत मस्तक वाली भगवती शीतला की वंदना करता/करती हूं। शीतलाष्टमी कथा : Shitala Mata Katha शीतला माता की कथा के अनुसार एक बार एक राजा के इकलौते पुत्र को शीतला (चेचक) निकली। उसी के राज्य में एक काछी-पुत्र को भी शीतला निकली हुई थी। काछी परिवार बहुत गरीब था, पर भगवती का उपासक था। वह धार्मिक दृष्टि से जरूरी समझे जाने वाले सभी नियमों को बीमारी के दौरान भी भली-भांति निभाता रहा। घर में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता था। नियम से भगवती की पूजा होती थी। नमक खाने पर पाबंदी थी। सब्जी में न तो छौंक लगता था और न कोई वस्तु भुनी-तली जाती थी। गरम वस्तु न वह स्वयं खाता, न शीतला वाले लड़के को देता था। ऐसा करने से उसका पुत्र शीघ्र ही ठीक हो गया। उधर जब से राजा के लड़के को शीतला का प्रकोप हुआ था, तब से उसने भगवती के मंडप में शतचंडी का पाठ शुरू करवा रखा था। रोज हवन व बलिदान होते थे। राजपुरोहित भी सदा भगवती के पूजन में निमग्न रहते। राजमहल में रोज कड़ाही चढ़ती, विविध प्रकार के गर्म स्वादिष्ट भोजन बनते। सब्जी के साथ कई प्रकार के मांस भी पकते थे। इसका परिणाम यह होता कि उन लजीज भोजनों की गंध से राजकुमार का मन मचल उठता। वह भोजन के लिए जिद करता। एक तो राजपुत्र और दूसरे इकलौता, इस कारण उसकी अनुचित जिद भी पूरी कर दी जाती। इस पर शीतला का कोप घटने के बजाय बढ़ने लगा। शीतला के साथ-साथ उसे बड़े-बड़े फोड़े भी निकलने लगे, जिनमें खुजली व जलन अधिक होती थी। शीतला की शांति के लिए राजा जितने भी उपाय करता, शीतला का प्रकोप उतना ही बढ़ता जाता। क्योंकि अज्ञानतावश राजा के यहां सभी कार्य उलटे हो रहे थे। इससे राजा और अधिक परेशान हो उठा। उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि इतना सब होने के बाद भी शीतला का प्रकोप शांत क्यों नहीं हो रहा है। एक दिन राजा के गुप्तचरों ने उन्हें बताया कि काछी-पुत्र को भी शीतला निकली थी, पर वह बिलकुल ठीक हो गया है। यह जानकर राजा सोच में पड़ गया कि मैं शीतला की इतनी सेवा कर रहा हूं, पूजा व अनुष्ठान में कोई कमी नहीं, पर मेरा पुत्र अधिक रोगी होता जा रहा है जबकि काछी पुत्र बिना सेवा-पूजा के ही ठीक हो गया। इसी सोच में उसे नींद आ गई। श्वेत वस्त्र धारिणी भगवती ने उसे स्वप्न में दर्शन देकर कहा- 'हे राजन्! मैं तुम्हारी सेवा-अर्चना से प्रसन्न हूं। इसीलिए आज भी तुम्हारा पुत्र जीवित है। इसके ठीक न होने का कारण यह है कि तुमने शीतला के समय पालन करने योग्य नियमों का उल्लंघन किया। तुम्हें ऐसी हालत में नमक का प्रयोग बंद करना चाहिए। नमक से रोगी के फोड़ों में खुजली होती है। घर की सब्जियों में छौंक नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इसकी गंध से रोगी का मन उन वस्तुओं को खाने के लिए ललचाता है। रोगी का किसी के पास आना-जाना मना है क्योंकि यह रोग औरों को भी होने का भय रहता है। अतः इन नियमों का पालन कर, तेरा पुत्र अवश्य ही ठीक हो जाएगा।' विधि समझाकर देवी अंतर्ध्यान हो गईं। प्रातः से ही राजा ने देवी की आज्ञानुसार सभी कार्यों की व्यवस्था कर दी। इससे राजकुमार की सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ा और वह शीघ्र ही ठीक हो गया। इसी दिन भगवान श्री कृष्ण और माता देवकी का विधिवत पूजन करके मध्यकाल में सात्विक पदार्थों का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से पुण्य ही नहीं मिलता बल्कि समस्त दुखों का भी निवारण होता है। ऐसा सप्तमी-अष्टमी तिथि शीतला माता के पूजन का विधान है।
Play Now, Win Big! Deltin Cricket Best Online Casino In India पिता ईश्वर की तरफ से भेंट की हुई एक अनमोल रचना है। पिता के बिना हम जीवन जीने की कल्पना भी नहीं कर सकते। प्रतिवर्ष जून महीने के तीसरे रविवार को यह दिन मनाया जाता है। पितृ दिवस/ फादर्स डे (Fathers Day 2023) पिता के सम्मान में व्यापक रूप से मनाया जाने वाला एक पर्व है। आइए यहां जानें पितृ दिवस के अवसर पर पिता के बारे में 15 अनमोल वचन- 1. प्रत्येक बच्चे के लिए पिता धरती पर ईश्वर का साक्षात रूप होते हैं। 2. आप जब किसी चीज की इच्छा रखता है तो उसे सबसे पहले पिता ही पूरा करते हैं। 3. अनुशासन का दूसरा नाम पिता ही है। 4. अगर ईश्वर का रूप देखना है, तो एक बार अपने ईश्वर समान पिता को देख लेना। 5. गुस्से में भी जब अपनापन दिखे तो समझ लीजिए कि ऐसा प्यार पापा का ही होता है। 6. पिता के बिना जीवन अधूरा होता है। जीवन में माता के साथ-साथ पिता का होना अतिआवश्यक है। 7. इस दुनिया में एक पिता ही ऐसा होता है, जो अपने बच्चों को हमेशा अपने से आगे ही बढ़ते हुए देखना चाहता है। 8. समय के अनुसार आप बदल सकते हैं लेकिन पिता का प्यार कभी नहीं बदलता। 9. हर बेटी अपने पापा के जैसा ही जीवनसाथी पाने की कामना करती है। 10. पिता से ही दुनिया की सारी खुशियां है, बिन पापा के सब वीरान-सा महसूस होता है। 11. पिता संतान के लिए सुरक्षा-कवच है। संतान चाहे कुछ भी कर ले, वे पितृ-ऋण कभी नहीं उतार सकते। 12. भगवान खुद सबका ख्याल रखने के लिए नहीं आ सकते, इसीलिए उन्होंने पिता को इस दुनिया में भेज दिया। 13. पिता अपनी संतान को हर सुख-सुविधा देने के लिए अपने सुखों को भुला देते हैं। 14. वे दिन-रात अपने बच्चों के लिए ही मेहनत करते हैं और उन्हें वे हर खुशी देना चाहते है जो उन्हें भी कभी नहीं मिली। 15. पिता कभी हार न मानने और हमेशा आगे बढ़ने की सीख देते हुए हौसला बढ़ाते हैं। 20 दिसंबर 2018 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद 7 जून 2019 को पहला विश्व खाद्य सुरखा दिवस मनाया गया था। 3 अगस्त 2020 को वर्ल्ड हेल्थ असेंबली ने खाद्य सुरक्षा के महत्व के बारे में सभी स्तरों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए, इस दिवस को मान्यता देने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव का महत्व था कि इस दिवस के ज़रिए स्थानीय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर खाद्यजनित बीमारी के बोझ को कम किया जा सके।
India Weather Updates: दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर डिप्रेशन बना हुआ है। यह धीरे-धीरे आज 7 जून को एक चक्रवात में बदल जाएगा। जम्मू-कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। एक ट्रफ पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश से उत्तर आंतरिक कर्नाटक तक जा रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान 16 राज्यों में भारी बारिश हु्ई। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई और एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और विदर्भ तथा तटीय कर्नाटक में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। दिल्ली-एनसीआर, पंजाब के कुछ हिस्सों और हरियाणा, उत्तरप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। राजस्थान और दिल्ली एनसीआर में एक-दो जगहों पर धूलभरी आंधी चली। आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान लक्षद्वीप, केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तमिलनाडु में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और तटीय कर्नाटक में एक या दो मध्यम बारिश हो सकती है। राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश और धूलभरी आंधी चल सकती है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटें पड़ सकते हैं। लक्षद्वीप, केरल और कर्नाटक तट पर मध्यम से तेज़ हवाएं चलने की संभावना है। इन क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहेगी। दिल्ली में अब सताएगी उमसभरी गर्मी: जून के पहले हफ्ते में दिल्लीवासियों को गर्मी से राहत भले ही मिल गई हो लेकिन अब उन्हें उमस का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने हल्की बारिश का अनुमान जताया है लेकिन उससे उमसभरी गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। आईएमडी के मुताबिक आज (बुधवार) भी दिल्ली में आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने राजधानी के कुछ इलाकों में हल्की बारिश का अनुमान जताया है। वहीं आज का अधिकतम तापमान 39 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहेगा. वहीं आज 8 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। आईएमडी के अनुसार 9 से 12 जून तक राजधानी में बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान तेज हवाएं चलेंगी। वहीं 8 जून से तापमान तेजी से बढ़ेगा और 40 पार पहुंच जाएगा। बता दें कि गुरुवार को अधिकतम तापमान 40, शनिवार को 41 और इसके बाद सोमवार को 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।मौसम विभाग के मुताबिक अब दिल्ली को भीषण गर्मी से जल्दी राहत नहीं मिलने वाली। Edited by: Ravindra Gupta Fun88 Poker App Download, युवा प्रतिभावान बल्लेबाज Shubhman Gil शुभमन गिल को Indian premiere league इंडियन प्रीमियर लीग IPL 2023 (आईपीएल) 2023 में शानदार प्रदर्शन करके आत्मविश्वास ज़रूर मिला है, लेकिन वह World Test Championship Final विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल WTC Final की भिन्न परिस्थितियों से अच्छी तरह अवगत हैं।गिल ने 28 मई को समाप्त हुए आईपीएल की 17 पारियों में 890 रन बनाये, जिसमें तीन शतक भी शामिल रहे। गिल ने भले ही अपनी नायाब बल्लेबाजी के दम पर आईपीएल में ऑरेंज कैप हासिल किया, लेकिन उनका मानना है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल एक अलग मैच है।
फैंस देखना चाहते हैं कि आर्म्स डीलर शैली रूंगटा से इस सीरीज के दूसरे सीजन का स्तर कैसे बढ़ाएंगे। मेकर्स ने नाइट मैनेजर 2 का ट्रेलर रिलीज कर दिया है। ट्रेलर देखकर दर्शकों को भरोसा हो गया है कि वह बहुत एंटरटेन होंगे। खासकर अनिल कपूर के करैक्टर को सोशल मीडिया पर खूब प्यार मिल रहा है। इस सीजन में शैली रूंगटा का किरदार और ज़्यादा कठोर, निर्दयी और हैंडसम नज़र आ रहा है। अनिल कपूर ने सोशल मीडिया पर ट्रेलर पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा शैली की लंका जलाने के लिए शान है तैयार। बहुप्रतीक्षित सीजन का फिनाले यह रहा।' यह सीजन 30 जून को हॉटस्टार पर रिलीज किया जाएगा। साथ ही अनिल को शैली के किरदार में देखने के लिए फैंस बहुत उत्सुक हैं। सीजन वन अनिल कपूर के अपने नाम किया था और यह सीजन भी उनके नाम ही होगा। अनिल स्क्रीन पर बड़ी सादगी और आसानी से किसी भी किरदार में उतर जाने के लिए बड़े मशहूर और प्रतिभाशाली हैं। द नाइट मैनेजर में अनिल कपूर के अलावा आदित्य रॉय कपूर भी हैं। अनिल के पाइपलाइन में एनिमल, ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण के साथ फाइटर, सूबेदार और एंड्राइड कुंजप्पन वर्जन 5.25 के हिंदी एडेप्टेशन में नज़र आएंगे। Fun88 Teen Patti Rummy chandrapur: महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में 13 साल के एक किशोर ने क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद के बाद एक नाबालिग की कथित तौर पर हत्या कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि घटना 3 जून को हुई, जब आरोपी ने कथित रूप से पीड़ित के सिर पर बैट से वार कर दिया जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान 5 जून को उसकी मौत हो गई। नगर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि नाबालिग के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराए बिना उसके शव को दफना दिया। उन्होंने बताया कि मृतक की मां ने मंगलवार को पुलिस से संपर्क किया जिसके बाद मामले की जांच के लिए बुधवार को शव को कब्र से बाहर निकाला गया। अधिकारी के मुताबिक चंद्रपुर के बागड खिड़की में कुछ लड़के 3 जून को एक मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे। उन्होंने बताया कि खेल के दौरान पीड़ित का अन्य लड़कों से विवाद हो गया जिसके बाद आरोपी ने कथित रूप से बैट से उसके सिर पर वार कर दिया था। अधिकारी के अनुसार बैट के वार से पीड़ित जमीन पर गिर गया। उसे तुरंत जिला सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां 5 जून को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। अधिकारी के मुताबिक मृतक के रिश्तेदारों ने पुलिस में शिकायत किए बिना उसका अंतिम संस्कार कर दिया। हालांकि उसकी मां ने मंगलवार को पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बाद में मामले में जांच के लिए शव को कब्र से निकाला। अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपी किशोर को अभी हिरासत में नहीं लिया गया है।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta