(Deltin Cricket Online Casino India Real Money) - Fun88 Casino Games Show the house who's the boss , Fun88 Online Casino Games India Play and Collect Prizes!. Ajinkya Rahane : अजिंक्य के नाम ओवल में तीन टेस्ट मैचों में 9.16 की औसत से 55 रन हैं।
मध्यप्रदेश की राजनीति को काफी करीब से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राकेश पाठक कहते हैं कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान और उसके बाद जिस तरह कांग्रेस को पहले हिमाचल विधानसभा चुनाव और फिर कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत हासिल हुई उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मनोबल बढ़ा हुआ है। भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए एक उत्प्रेरक का काम कर रही है जिससे कांग्रेस संगठन मोबाइलज हुआ। Fun88 Casino Games, इस वर्ष जून के महीने में बुधवार, 7 जून को आषाढ़ मास की संकष्टी गणेश चतुर्थी पड़ रही है। मान्यतानुसार इसे कृष्णपिङ्गल या कृष्णपिंगाक्ष संकष्टी चतुर्थी (Krishnapingal Sankashti Chaturthi 2023) के नाम से जाना जाता है। पुराणों के अनुसार पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी तथा अमावस्या के बाद की चतुर्थी को विनायकी के नाम से जाना जाता है। श्री गणेश विघ्नहर्ता है, अत: चतुर्थी के दिन भगवान उनका पूजन और व्रत किया जाता है। आइए जानते हैं आषाढ़ संकष्टी गणेश चतुर्थी के शुभ मुहूर्त और कथा- आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी 2023 के शुभ मुहूर्त : कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी : बुधवार, 07 जून 2023 को चतुर्थी तिथि का प्रारंभ- 06 जून, मंगलवार को 12.50 ए एम से (देर रात) चतुर्थी तिथि का समापन- 07 जून, 2023 को 09.50 पी एम पर। बता दें कि इस बार संकष्टी चतुर्थी का समापन 09.50 पी एम पर हो रहा है तथा तत्पश्चात पंचमी तिथि लग जाएगी। अत: चतुर्थी तिथि के दौरान कोई चंद्रोदय नहीं है। वैसे संकष्टी के दिन चंद्रोदय का समय- 10.50 पी एम पड़ रहा है। 7जून 2023, बुधवार : दिन का चौघड़िया लाभ- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम अमृत- 07.07 ए एम से 08.51 ए एम शुभ- 10.36 ए एम से 12.20 पी एम चर- 03.49 पी एम से 05.33 पी एम लाभ- 05.33 पी एम से 07.17 पी एम रात्रि का चौघड़िया शुभ- 08.33 पी एम से 09.49 पी एम अमृत- 09.49 पी एम से 11.04 पी एम चर- 11.04 पी एम से 08 जून को 12.20 ए एम तक, लाभ- 02.51 ए एम से 08 जून को 04.07 ए एम तक। आषाढ़ चतुर्थी व्रत कथा-Ashadh Chaturthi Vrat Katha आषाढ़ मास की चतुर्थी व्रत की कथा के अनुसार द्वापर युग में महिष्मति नगरी का महीजित नामक राजा था। वह बड़ा ही पुण्यशील और प्रतापी राजा था। वह अपनी प्रजा का पालन पुत्रवत करता था। किन्तु संतानविहीन होने के कारण उसे राजमहल का वैभव अच्छा नहीं लगता था। वेदों में निसंतान का जीवन व्यर्थ माना गया हैं। यदि संतानविहीन व्यक्ति अपने पितरों को जल दान देता हैं तो उसके पितृगण उस जल को गरम जल के रूप में ग्रहण करते हैं। इसी उहापोह में राजा का बहुत समय व्यतीत हो गया। उन्होंने पुत्र प्राप्ति के लिए बहुत से दान, यज्ञ आदि कार्य किए। फिर भी राज को पुत्रोत्पत्ति न हुई। जवानी ढल गई और बुढ़ापा आ गया किंतु वंश वृद्धि न हुई। तदनंतर राजा ने विद्वान ब्राह्मणों और प्रजाजनों से इस संदर्भ में परामर्श किया। राजा ने कहा कि हे ब्राह्मणों तथा प्रजाजनों! हम तो संतानहीन हो गए, अब मेरी क्या गति होगी? मैंने जीवन में तो किंचित भी पाप कर्म नहीं किया। मैंने कभी अत्याचार द्वारा धन संग्रह नहीं किया। मैंने तो सदैव प्रजा का पुत्रवत पालन किया तथा धर्माचरण द्वारा ही पृथ्वी शासन किया। मैंने चोर-डाकुओं को दंडित किया। इष्ट मित्रों के भोजन की व्यवस्था की, गौ, ब्राह्मणों का हित चिंतन करते हुए शिष्ट पुरुषों का आदर सत्कार किया। फिर भी मुझे अब तक पुत्र न होने का क्या कारण हैं? विद्वान् ब्राह्मणों ने कहा कि, हे महाराज! हम लोग वैसा ही प्रयत्न करेंगे जिससे आपके वंश कि वृद्धि हो। इस प्रकार कहकर सब लोग युक्ति सोचने लगे। सारी प्रजा राजा के मनोरथ की सिद्धि के लिए ब्राह्मणों के साथ वन में चली गई। वन में उन लोगों को एक श्रेष्ठ मुनि के दर्शन हुए। वे मुनिराज निराहार रहकर तपस्या में लीन थे। ब्रह्माजी के सामान वे आत्मजित, क्रोधजित तथा सनातन पुरुष थे। संपूर्ण वेद-विशारद एवं अनेक ब्रह्म ज्ञान संपन्न वे महात्मा थे। उनका निर्मल नाम लोमश ऋषि था। प्रत्येक कल्पांत में उनके एक-एक रोम पतित होते थे। इसलिए उनका नाम लोमश ऋषि पड़ गया। ऐसे त्रिकालदर्शी महर्षि लोमेश के उन लोगों ने दर्शन किए। सब लोग उन तेजस्वी मुनि के पास गए। उचित अभ्यर्थना एवं प्रणामदि के अनंतर सभी लोग उनके समक्ष खड़े हो गए। मुनि के दर्शन से सभी लोग प्रसन्न होकर परस्पर कहने लगे कि हम लोगों को सौभाग्य से ही ऐसे मुनि के दर्शन हुए। इनके उपदेश से हम सभी का मंगल होगा, ऐसा निश्चय कर उन लोगों ने मुनिराज से कहा। हे ब्रह्मऋषि! हम लोगों के दुःख का कारण सुनिए। अपने संदेह के निवारण के लिए हम लोग आपके पास आए हैं। हे भगवन! आप कोई उपाय बतलाइए। महर्षि लोमेश ने पूछा-सज्जनों! आप लोग यहां किस अभिप्राय से आए हैं? मुझसे आपका क्या प्रयोजन हैं? स्पष्ट रूप से कहिए। मैं आपके सभी संदेहों का निवारण करूंगा। प्रजाजनों ने उत्तर दिया- हे मुनिवर! हम महिष्मति नगरी के निवासी हैं। हमारे राजा का नाम महीजित है। वह राजा ब्राह्मणों का रक्षक, धर्मात्मा, दानवीर, शूरवीर एवं मधुरभाषी है। उस राजा ने हम लोगों का पालन पोषण किया है, परंतु ऐसे राज को आज तक संतान की प्राप्ति नहीं हुई। हे भगवान्! माता-पिता तो केवल जन्मदाता ही होते हैं, किंतु राज ही वास्तव में पोषक एवं संवर्धक होता हैं। उसी राजा के निमित हम लोग ऐसे गहन वन में आए है। हे महर्षि! आप कोई ऐसी युक्ति बताइए जिससे राजा को संतान की प्राप्ति हो, क्योंकि ऐसे गुणवान राजा को कोई पुत्र न हो, यह बड़े दुर्भाग्य की बात हैं। हम लोग परस्पर विचार-विमर्श करके इस गंभीर वन में आए हैं। उनके सौभाग्य से ही हम लोगों ने आपका दर्शन किया हैं। हे मुनिवर! किस व्रत, दान, पूजन आदि अनुष्ठान कराने से राजा को पुत्र होगा। आप कृपा करके हम सभी को बतलाएं। प्रजा की बात सुनकर महर्षि लोमेश ने कहा- हे भक्तजनो! आप लोग ध्यानपूर्वक सुनो। मैं संकटनाशन व्रत को बता रहा हूं। यह व्रत निसंतान को संतान और निर्धनों को धन देता हैं। आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी को एकदंत गजानन नामक गणेश की पूजा करें। राजा व्रत करके श्रद्धायुक्त हो ब्राह्मण भोज करवाकर उन्हें वस्त्र दान करें। गणेश जी की कृपा से उन्हें अवश्य ही पुत्र की प्राप्ति होगी। महर्षि लोमश की यह बात सुनकर सभी लोग करबद्ध होकर उठ खड़े हुए। नतमस्तक होकर दंडवत प्रणाम करके सभी लोग नगर में लौट आए। वन में घटित सभी घटनाओं को प्रजाजनों ने राजा से बताया। प्रजाजनों की बात सुनकर राज बहुत ही प्रसन्न हुए और उन्होंने श्रद्धापूर्वक विधिवत गणेश चतुर्थी का व्रत करके ब्राह्मणों को भोजन वस्त्रादि का दान दिया। रानी सुदक्षिणा को श्री गणेश जी कृपा से सुंदर और सुलक्षण पुत्र प्राप्त हुआ। श्रीकृष्ण जी कहते हैं इस व्रत का ऐसा ही प्रभाव हैं। अत: जो व्यक्ति इस व्रत को श्रद्धापूर्वक करेंगे वे समस्त सांसारिक सुख के अधिकारी होंगे तथा उनका घर हमेशा खुशियों से भरापूरा रहेगा।
21 Deltin Cricket Online Casino India Real Money Make Your Fortune Now! Play and Collect Prizes! लखनऊ। Lucknow Civil Court : लखनऊ में एससी-एसटी कोर्ट के बाहर फायरिंग की घटना हुई है। मीडिया खबरों के अनुसार वकील की ड्रेस में आए शूटर्स ने मुख्तार अंसारी के करीबी संजीव जीवा की हत्या कर दी है। गोलीबारी की इस घटना के बाद कोर्ट में अफरा-तफरी मच गई।
मिथुन संक्रांति 2023 सूर्य देव 15 जून 2023 को मिथुन में प्रवेश कर रहे हैं जब सूर्य एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है। 15 जून को सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इसे मिथुन संक्रांति कहा जाएगा। 15 जून 2023 को मिथुन संक्रांति का समय शाम को 06 बजकर 29 मिनट पर है। इस समय सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और इस परिवर्तन का सारी राशियों पर असर होगा। Play India Hold'em Poker Game, Salad Recipe
Put your Luck to the Test at the Online Casino! Deltin Cricket Betting Tips Guru हिन्दू कैलेंडर के अनुसार संकष्टी चतुर्थी का समापन रात 09.50 मिनट पर होने के कारण तथा उसके बाद पंचमी तिथि लगने की वजह से चतुर्थी तिथि के दौरान चंद्रोदय का समय नहीं है। लेकिन संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय का समय रात 10.50 मिनट का प्राप्त हो रहा है। आइए यहां जानते हैं पूजन के शुभ मुहूर्त और पूजा की सरल विधि के बारे में- Krishnapingala चतुर्थी पूजा विधि :Chaturthi Puja Vidhi - आषाढ़ मास की चतुर्थी के दिन प्रात: स्नानादि के पश्चात एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान श्री गणेश की मूर्ति की स्थापना करें। - चांदी, पीतल, तांबे या मिट्टी के गणेश की मूर्ति नहीं है तो आप तस्वीर से काम चलाएं। - भगवान श्री गणेश को पीले वस्त्र चढ़ाएं। - श्री गणेश प्रतिमा को लाल रोली, कलावा, फूल, हल्दी, दूर्वा, चंदन, धूप, घी आदि पूजन सामग्री अर्पित करें। - श्री गणेश को फूलों की माला पहनाएं। - इसके बाद श्री गणेश को 21 दूर्वा की गांठ अर्पित करें। - भगवान श्री गणेश के मंत्रों का जाप करें। - इसके बाद पूरा दिन निर्जला व्रत रखें। - मोदक का प्रसाद बनाएं तथा भगवान श्री गणेश को मोदक, मोतीचूर के लड्डू, केला, नारियल आदि का भोग लगाएं। - चतुर्थी के दिन गरीबों को खाने-पीने की चीजों का दान दें। - पूजा के साथ इस दिन श्री गणेश नामावली, श्री गणेश अथर्वशीर्ष, गणेश चालीसा का पाठ करें। - आषाढ़ मास के श्री गणेश चतुर्थी की कथा पढ़ें तथा मंत्र'ॐ गं गणपतये नम:' का जाप करें। - इस दिन में अथवा गोधूली बेला में श्री गणेश दर्शन अवश्य करें। - पूजन समाप्त होने के बाद आरती करके भूल-चूक के लिए क्षमा मांगें। - रात्रि में मोदक या लड्डू का भोग श्री गणेश के साथ ही चंद्रमा को भी अर्पित करके इसी लड्डू से व्रत खोलें। Bihar bridge collapse : बिहार के भागलपुर में रविवार शाम पुल गिरने के बाद से ही राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिरने के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जबकि विपक्षी पार्टी भाजपा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया है। इस बीच बिहार सरकार में मंत्री तेजप्रताप ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि हम लोग तो पुल बना रहे हैं, भाजपा वाले गिरा रहे हैं। भाजपा द्वारा नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बीच बिहार सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा, 'बीजेपी वाला सब पुल गिराया है। हमलोग बनाते हैं और बीजेपी वाला सब गिराता है। नीतीश का कहना है कि पुल का निर्माण ठीक से नहीं किया जा रहा है और यही कारण है कि यह अप्रैल 2022 से दो बार गिर गया। यह एक गंभीर मामला है ... संबंधित विभाग ने पहले ही इसकी गहन जांच शुरू कर दी है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नीतीश ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि 2014 में शुरू हुआ पुल निर्माण कार्य अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ। यह समय से पीछे क्यों चल रहा है? मैंने संबंधित विभाग से इसकी भी जांच करने को कहा है। उपमुख्यमंत्री इस मामले की निगरानी कर रहे हैं। भाजपा ने राजद नेता तेजस्वी की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि पुल के कई संरचनात्मक दोषों को विशेषज्ञों द्वारा इंगित किया गया है और राज्य सरकार ने पहले ही कई हिस्सों को गिरा दिया है जिन्हें विशेष रूप से कमजोर हिस्से के रूप में चिह्नित किया गया था। पुल के ढहने का वीडियो वायरल होने पर बिहार भाजपा ने एक बयान जारी कर नीतीश के इस्तीफे की मांग की है जिन्होंने पिछले साल अगस्त में भगवा पार्टी से नाता तोड़ लिया था। वर्ष 2014 से बन रहा 3.16 किलोमीटर लंबा यह पुल 14 महीने में दो बार टूटा- पहला अप्रैल 2022 में भागलपुर के सुल्तानगंज की तरफ और दूसरी बार रविवार की शाम खगड़िया की तरफ से। चार लेन वाले सुल्तानगंज-अगुआनी घाट पुल के तीन खंभे पर रखे कम से कम 30 स्लैब रविवार को नदी में गिर गए। जिला प्रशासन ने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। निर्माणाधीन पुल की अनुमानित लागत 1,700 करोड़ रुपए है। हरियाणा की एक कंपनी को पुल निर्माण का ठेका मिला है जिसके खिलाफ भाजपा कार्रवाई की मांग कर रही है।
लखीमपुर। Assam-Arunachal Pradesh Border Dispute : असम के धेमाजी जिले में सोमवार को अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास हुई कथित गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि घटना के बाद से 3 अन्य लापता हैं। पुलिस अधीक्षक (एसपी) रंजन भुइयां ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर स्थानीय लोगों ने अंतरराज्यीय सीमा पर पौधरोपण अभियान का आयोजन किया था। उन्होंने बताया कि इसकी तैयारियों के लिए सुबह 7 ग्रामीण मौके पर गए थे, लेकिन वे कथित रूप से गोलीबारी की जद में आ गए और उनमें से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तीन अन्य लोगों को भी गोलियां लगी थीं और उन्हें धेमाजी सदर अस्पताल ले जाया गया जहां और एक व्यक्ति की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि तीन अन्य लापता हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि सूचना पाकर हमारी टीम तत्काल मौके पर पहुंची। हम घटना की जांच कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना को अरुणाचल प्रदेश के असामाजिक तत्वों ने अंजाम दिया है क्योंकि इलाके में अंतरराज्यीय सीमा को लेकर विवाद है। असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच 804 किलोमीटर लंबी साझी सीमा है और दोनों पक्ष सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। सीमा विवाद को सुलझाने के लिए 20 अप्रैल को नई दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। Fun88 Online Casino Games India, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया और कांग्रेस के सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन ने इस मामले में लोकायुक्त में शिकायत की थी। कांग्रेस नेताओं ने 30 मई को चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत शपथ पत्रों, एडीआर रिपोर्ट एवं खसरा अभिलेखों के आधार पर अनुपातहीन संपत्ति होने के आरोप भूपेंद्र सिंह पर पत्रकारवार्ता में लगाए थे। पार्टी का आरोप है कि मंत्री भूपेंद्र सिंह और उनके परिवारजनों ने 10 साल के भीतर लगभग 46 करोड़ की अकूत संपत्ति अर्जित की। कांग्रेस नेताओं की इस शिकायत पर लोकायुक्त ने जांच क्रमांक 0035/ई/ 2023-24 के मामले में पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त से 08 अगस्त 2023 तक जांच रिपोर्ट मांगी। हालांकि, भूपेन्द्र सिंह ने कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा था कि मेरी पूरी संपत्ति वैध और पुश्तैनी है।
Mata Sheetla Fun88 Best Casino Online India न्यूज चैनल्स की खबरो के अनुसार गोलीबारी की घटना में एक बच्ची को भी गोली लगी है। मृतक स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का अभियुक्त था जो कि मुख्तार अंसारी का करीबी भी बताया जा रहा है। दिनदहाड़े कोर्ट कैंपस में हुई शूटआउट की इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच के लिए पहुंची।